Saturday, March 26, 2016

युवाओं के गुप्त रोगों का 100% शुद्ध देसी इलाज

          युवाओं  के गुप्त रोगों का इलाज 



वीर्य वर्धक -  अलसी का चूरण वरावर माञा मे मिश्री मिलाकर  दो बार नियमित रूप से दूध के साथ कुछ हफ्ते तक पीने से  वीयृ बढ़ता है

२ - पेशाब में जलन -    सूखे अनार के छिलकों को सुखाकर पीस लें उसमें एक चम्मच चूर्ण ताजा पानी के साथ खाने से जलन एवं मुञ रोग दूर हो जाते हैं


३-  अडंकोष वृद्धि - अगूंर के 5-6 पत्तों पर घी लगाकर तथा आग पर खुब गरम करके बांधने से  अडंकोष (फोतो) की वृद्धि वृद्धि रुक जाती है तथा सामान्य  में आकार में आ जाते हैं
४ बार-बार पेशाब आना-    अंगूर खाने से बार-बार पेशाब जाने की आदत कम हो जाती है



५ धात का जाना -    5-6 आवंलो को पिसकर वीर्य नलिकाओं पर पर लगाने धात की बीमारी खत्म हो जाती है

६-     नपुसकतां खत्म करने के लिए --  बेल के पत्ते का रस ले कर  उसमें थोड़ा सा  शहद मिलाकर इसे  ४०  दिन लिगं पर  लेप करने से नपुंसकता का रोग दूर हो जाता है




७------   सेक्स पावर बढ़ाने के लिए --    बबूल की गोंद को घी में भून कर उसका पकवान बना कर सेवन करने से मनुष्य की सेक्स करने की  क्षमता बढ़ जाती है



८-     अडंकोष के एक सिरे का बढना---   चने के बेसन को पानी और शहद में मिलाकर अंड कोष की सूजन पर लगाने से लाभ होता है



९----    शीघ्रपतन -----  २ छुआरे रोज खाने से शीघ्रपतन के रोग में लाभ मिलता है और जिन लोगों का वीर्य पतला हो जाता है वह गाढ़ा हो जाता है

१० ---- वीर्य का पतलापन --- १ मुट्ठी सिके हुए चने या भिगे हुए  5 बादाम

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